Bangladesh Crisis : बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शनों के बीच शेरपुर जेल पर हमला, 500 से ज्यादा खतरनाक कैदी फरार
बांग्लादेश में इस वक्त भारी उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है। प्रधानमंत्री शेख हसीन के हिसाब से और देश छोड़ने के बाद अराजक तत्वों ने पूरे देश को नरक की आग में झोंक दिया है. बांग्लादेश में आरक्षण मुद्दे पर भड़की हिंसा तिब्बत प्रधानमंत्री आवास को निशाना बना लिया है और खूब तोड़ फोड़ की। इस बीच सोमवार को बांग्लादेश के शेरपुर जिला जेल पर हमला होने की समाचार आई है। सोमवार को इसके परिणाम स्वरूप 500 से अधिक खतरनाक कैदी जेल से फरार हो गए हैं। यह हमला तब हुआ जब ढाका में प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्ता समाप्त हो गई थी। हमला वरोने स्टिक्स और स्थानीय हथियारों से लेकर जेल के गेट को तोड़ दिया, और जेल भवन को आग लगा दिया। इस हमले के दौरान उन्होंने सदर पुलिस स्टेशन और जिला कार्यालय जैसे कि जिला चुनाव कार्यालय और सोनाली बैंक को भी आग लगा दी। और बहुत तोड़फोड़ की इसका फायदा उठाकर जेल से करीब 518 खतरनाक कैदी फरार हो गए। अधिकारियों ने घटना के बाद 77 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। जिनमें जेल अधीक्षक और जेल के रक्षक शामिल है। शाम के समय कर्फ्यू लागू था और शेरपुर के ऊपर मंडल अधिकारी अब्दुल्लाह अल खैरून ने रिपोर्ट की जिले में कई प्रतिष्ठानों को आग लगा दी गई और नुकसान पहुंचाया गया है।
इस घटना ने बांग्लादेश में गंभीर रूप से संकट उत्पन्न कर दिया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा और उनके देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में अराजकता फैल गई है। सेना ने सतता की खाली जगह को भरने के लिए कदम उठाए हैं। बांग्लादेश ने चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान अब तक 415 से अधिक लोग मारे गए हैं । शेख हसीना के इस्तीफे के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ मोहम्मद यूनुस पर अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है.
बांग्लादेश में इन दीनों हड़कंप मचा हुआ है. देश में पिछले महीने से आरक्षण को लेकर छात्र सड़कों पर उतरे थे और विरोध प्रदर्शन कर रहे थे जिसके बाद सोमवार 5 अगस्त को बांग्लादेश में हिंसक आंदोलन के चलते प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़ने पर मजबूर हो गई. वह पिछले 15 साल से प्रधानमंत्री की गद्दी पर बैठी हुई थी। बांग्लादेश में अब हसीना शेख इस्तीफा के बाद से अंतिम सरकार गठन करने का ऐलान किया है. जिसकी कमान सैन्य प्रमुख जनरल वकार संभाल रहे है हालांकि छात्र ने सेना की सरकार का भी संबंध नहीं किया है.
बांग्लादेश में हर तरफ हिंसा जेल पर भी कर दिया हमला 500 से ज्यादा कर दी है फरार ! Bangladesh Crisis
भारत में पड़ोसी देश बांग्लादेश में इस समय हलचल मची हुई है। सत्ता पलट होने के बाद देश के हालात और व्यवस्था हड़बड़ी हुई है. इसके बाद देश की जेल भी खाली हो रही है दरअसल हालातो पर काबू करने के लिए सरकार ने देश में रविवार शाम 6:00 से कर्फ्यू लगा दिया था ,लेकिन सोमवार को लोग कर्फ्यू तोड़कर सड़कों पर उतर आए कर्फ्यू के दौरान दिन में बदमाश डंडे लेकर जेल में घुस गए। नॉर्थ बांग्लादेश जिले शेरपुर की जेल में बदमाशों की मदद से करीब 500 से ज्यादा कैदी फरार हो गए
Bangladesh Issue-Hasina Shaikh: शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में 100 लोग और मारे गए!
शेरपुर पुलिस थाने में लगाई आग ! Bangladesh Crisis
उपद्रवी न सिर्फ शेरपुर बल्कि दमदमा कलीगंज इलाके की जेल में भी घुस गए, और जेल में आग लगा दी. शेरपुर के डिप्टी कमिश्नर अब्दुल्लाह अल खैरून ने कहा जेल पर यह हमला शाम करीब 4:30 से 5:30 बजे तक के बीच में हुआ. बांग्लादेश में सोमवार को ऐसा तबाही का मंजर देखने को मिला जहां गुस्सा भरे भीड़ ने बल्कि पुलिस स्टेशन को भी निशाना बनाया। लोगों ने न सिर्फ जेल बल्कि पुलिस स्टेशन को भी निशाना बनाया लोगों ने सदर पुलिस स्टेशन में करीब 1:00 बजे आग लगा दी। साथ ही में भीड़ ने जिला परिषद, जिला इलेक्शन, ऑफिस सोनाली बैंक और कई दुकानों में तोड़फोड़ मचाई।
शेख हसीना और भारत के रिश्ते काफी बेहतर है और वह बांग्लादेश से सीधे पड़ोसी मुल्क भारत के लिए रवाना हुई थी. वह इस समय भारत में ही है हालांकि उम्मीद है कि वह यहां से इंग्लैंड जा सकती है.
सेना बनाएगी अंतरिम सरकार।Bangladesh Crisis
हिंसा के बीच बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। देश को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा आपकी मांगे हम पूरी करेंगे तोड़फोड़ से दूर रहिए। आप लोग हमारे साथ चलेंगे तो हम स्थिति बदल देंगे। उन्होंने कहा मारपीट और राजकता संगत से दूर रहिए। हमें अपने आज भी सभी पार्टी नेताओं से बात की है उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में सी अंतरिम सरकार बनाएगी।
जमात ए इस्लामी पर बैन से बिगड़े हालात।Bangladesh Crisis
बता दे शेख हसीना सरकार ने हाल ही में जमात ए इस्लामी इसकी छात्र शाखा और इससे जुड़े अन्य संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया था. यह कदम बांग्लादेश में कई सप्ताह तक चल हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद उठाया गया था. कहां जा रहा है कि सरकार की इस कार्रवाई के बाद ही संगठन शेख हसीना सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए।