Wheelchair Basketball Paralympics 2024 : गूगल ने व्हीलचेयर बास्केटबॉल को डूडल के जरिये सलाम किया, आपने देखा क्या ?

Wheelchair Basketball Paralympics 2024 : गूगल ने व्हीलचेयर बास्केटबॉल को डूडल के जरिये सलाम किया, आपने देखा क्या ?

 

Wheelchair Basketball Paralympics 2024 : व्हीलचेयर बास्केटबॉल पर गूगल ने किया खास सम्मान

ओलंपिक खेलों के समापन के बाद, पैरालंपिक खेलों की शानदार शुरुआत हो चुकी है। पेरिस पैरालंपिक 2024 का शुरुआत 28 अगस्त को हुआ, और 29 अगस्त से इन खेलों का खूबसूरत सफर शुरू हो गया है। इस बार, गूगल ने भी इस महाकुंभ का विशेष स्वागत अपने अनोखे डूडल के माध्यम से किया है। गूगल ने अपने डूडल में व्हीलचेयर बास्केटबॉल को चित्रित कर, इस खेल के प्रति अपनासम्मान और समर्थन अर्पित किया है।

व्हीलचेयर बास्केटबॉल एक ऐसा खेल है जो दुनिया के 108 से अधिक देशों में खेला जाता है। इसका इतिहास द्वितीय विश्व युद्ध के बाद का है, जब घायल सैनिकों के पुनर्वास और उनकी मानसिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए इसे शुरू किया गया था। इस खेल को शुरू में सैनिकों को शारीरिक और मानसिक पुनर्वास की दिशा में एक सहारा देने के रूप में देखा गया। इसके बाद, यह खेल न केवल एक पुनर्वास का माध्यम बना, बल्कि वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय भी हो गया।

इस खेल का नाम Wheelchair Basketball Paralympics 2024 कैसे पड़ा। 

व्हीलचेयर बास्केटबॉल का जन्म 1945 में हुआ, जब इसे अमेरिका के दो अस्पतालों में खेला गया था। इसकी शुरुआत का मकसद घायल सैनिकों को खेल के माध्यम से शारीरिक और मानसिक पुनर्वास की सुविधा प्रदान करना था। यही वजह है कि इस खेल को “व्हीलचेयर बास्केटबॉल” कहा जाता है, क्योंकि खिलाड़ी इस खेल को व्हीलचेयर की सहायता से खेलते हैं।

गूगल ने पेरिस पैरालंपिक 2024 के अवसर पर व्हीलचेयर बास्केटबॉल को अपने डूडल का हिस्सा बनाकर इस खेल की महत्वता को मान्यता दी है। इस डूडल पर क्लिक करके दर्शक व्हीलचेयर बास्केटबॉल के मैचों का शेड्यूल देख सकते हैं और इस खेल के रोमांचक क्षणों का हिस्सा बन सकते हैं।

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खेलों में कब हुई व्हीलचेयर बास्केटबॉल की शुरुवात 

व्हीलचेयर बास्केटबॉल को पैरालंपिक खेलों में पहली बार 1960 में रोम पैरालंपिक में शामिल किया गया था। उस समय, रोम पैरालंपिक में कुल 8 खेल थे, जिनमें व्हीलचेयर बास्केटबॉल भी एक था। रोम पैरालंपिक में इस खेल के दो इवेंट्स हुए थे, जिनमें अमेरिका ने दोनों गोल्ड मेडल अपने नाम किए थे। यह खेल तब से लेकर आज तक कई मौकों पर अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जाना जाता है।

व्हीलचेयर बास्केटबॉल का नाम इस खेल के अनोखे स्वरूप के कारण पड़ा। इसमें खिलाड़ी व्हीलचेयर का उपयोग करते हैं, और यही इसकी पहचान बन गई है। यह खेल न केवल खिलाड़ियों की शारीरिक क्षमता को चुनौती देता है, बल्कि उनकी मानसिक शक्ति और रणनीति को भी परखता है। इसके अलावा, यह खेल समाज में दिव्यांगता के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इस खेल की लोकप्रियता और इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली प्रेरणा को देखते हुए, गूगल का डूडल एक सराहनीय पहल है। यह न केवल व्हीलचेयर बास्केटबॉल के महत्व को उजागर करता है, बल्कि यह दर्शकों को भी इस खेल के प्रति जागरूक करता है। इसके माध्यम से, गूगल ने एक बार फिर साबित किया है कि वह सिर्फ तकनीक और खोज इंजन से परे, समाजिक और सांस्कृतिक योगदान के लिए भी समर्पित है।

पेरिस पैरालंपिक 2024 के इस अद्भुत महाकुंभ में, व्हीलचेयर बास्केटबॉल एक प्रमुख आकर्षण बना हुआ है। इसके खेलों की देखरेख और आयोजन में शामिल सभी लोगों ने इसे सफल और प्रेरणादायक बनाने के लिए अथक प्रयास किए हैं। इस खेल के माध्यम से, खिलाड़ी अपनी क्षमता और कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं, और दर्शक इसे बड़े उत्साह के साथ देख रहे हैं।

पेरिस पैरालंपिक 2024 की शुरुवात (Wheelchair Basketball Paralympics 2024)

इस प्रकार, पेरिस पैरालंपिक 2024 का उद्घाटन एक नई शुरुआत का प्रतीक है, जिसमें व्हीलचेयर बास्केटबॉल के रूप में एक महत्वपूर्ण खेल को गूगल के डूडल के माध्यम से सम्मानित किया गया है। यह खेल और इसके खिलाड़ी निश्चित रूप से प्रेरणा और समर्पण के प्रतीक हैं, और इनकी कहानी दुनिया भर में फैल रही है।

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